
सीकर. खाटू के पावन श्री श्याम दरबार से बाल विवाह मुक्त विश्व अभियान की शुरुआत की गई। यह पहल गायत्री सेवा संस्थान, बाल अधिकारिता विभाग एवं बाल कल्याण समिति की संयुक्त पहल पर एक्सेस टू जस्टिस कार्यक्रम के अंतर्गत शुरू की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री श्याम मंदिर के पुजारी रघुवीर महाराज ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सनातन जीवन पद्धति में बाल विवाह जैसी कुरीति का किसी भी धार्मिक ग्रंथ में उल्लेख नहीं है। श्री श्याम मंदिर कमेटी सभी विश्वबंधुओं से कहा है कि न तो बाल विवाह करें और न किसी बाल विवाह में शामिल हों। यदि ऐसी सूचना कहीं पर मिले तो तुरंत चाइल्ड हेल्पलाइन अथवा संस्था की टीम को सूचित करें।
कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में यह संदेश देना है कि बाल विवाह न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि बच्चों के भविष्य और उनके अधिकारों पर गहरी चोट है। धार्मिक स्थलों से इस मुहिम की शुरुआत का मकसद अधिक से अधिक लोगों तक जागरूकता का संदेश पहुंचाना है।
इस दौरान बाल अधिकारिता विभाग की सहायक उपनिदेशक डॉ. गार्गी शर्मा, बाल कल्याण समिति के सदस्य बिहारीलाल बालन, गायत्री सेवा संस्थान से नरेश कुमार, अभिषेक बगड़िया, जितेंद्र कुमार नाथावतपुरा एवं मीना कुमारी उपस्थित रहे।